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जानिए गंगा नदी साफ़ करने के लिए सरकार अभी क्या कदम उठा रही है

गंगा से गाद को खत्मा करने पर विचार के लिए जल संसाधन मंत्रालय समिति बनाएगा : उमा भारती केन् ‍ द्रीय जल संसाधन , नदी विकास तथा गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा है कि बिहार में गंगा नदी के प्रवाह में बाधक गाद और खनन के विषय पर विचार करने के लिए उनके मंत्रालय में एक समिति गठित की जा रही है। आज छठे दिन बिहार में प्रवेश करने वाले सुश्री भारती के गंगा निरीक्षण अभियान के हिस् ‍ से के रूप में बिहार के सुल् ‍ तानगंज में गंगा चौपाल को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री ने कहा कि सुल् ‍ तानगंज में सीवेज शोधन संयंत्र लगाया जाएगा। उन् ‍ होंने गंगा सफाई के लिए राष् ‍ ट्रीय मिशन द्वारा चलाए जा रहे जैव विविधता तथा जल जीवन पुनर्स् ‍ थापन कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत वानिकी और पौध रोपण गतिविधियां गंगा नदी के किनारे चलाई जा रही हैं , ताकि मिट्टी भूस् ‍ खलन को टाला
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२०११-१४ की तुलना में २०१४-१७ में किसानों की दुग्ध आमदनी में १४% की वृद्धि और उत्पादन में १७%

भारत 15 वर्षों से दुग्धत उत्पाोदन के क्षेत्र में विश्वर अग्रणी हैं और यह सफलता छोटे दुग्ध उत्पासदकों , प्रसंस्क ‍ रणकर्ताओं , नियोजकों , संस्थाैनों तथा अन्यह सभी पणधारियों के कारण है : श्री राधा मोहन सिंह 2011-14 में 398 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ था लेकिन 2014-17 में यह 465.5 मिलियन टन हो गया जो कि 16.9% की वृद्धि है : श्री सिंह   2011-14 में किसानों की आमदनी रु . 29 प्रति लीटर थी जो 2014-17 में रु . 33 प्रति लीटर हो गयी जो कि 13.79% की वृद्धि है : श्री सिंह देश में पहली बार " राष् ‍ ट्रीय गौकुल मिशन " नामक एक नई पहल की गई : श्री सिंह किसानों के लिए दुग् ‍ ध उत् ‍ पादन को और भी लाभदायक बनाने के लिए भारत सरकार ने एक नई योजना राष्ट्रीय बोवाईन उत्पादकता मिशन को 825 करोड़ रुपए के आबंटन के साथ अनुमोदित किया है : श्री सिंह केन्द्रीय कृषि एवं किसान मं

जानिये नरेंद्र मोदी जी ने रशिया में अपने भाषण में क्या कहा

सेंट पीटर्सबर्ग में प्रधान मंत्री द्वारा पूर्व लिखित प्रेस वक्तव्य (जून 01, 2017) Your Excellency President Vladimir Putin, Distinguished members of the Russian and Indian delegations, Member of the Media राष्ट्रपति पुतिन के खूबसूरत home town Saint Petersburg में आना मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। राष्ट्रपति पुतिन तथा Saint Petersburg के लोगों द्वारा गर्मजोशी भरे स्वागत का मैं हार्दिक अभिनन्दन करता हूं। आप का स्वागत हमारे संबंधों की मधुरता का प्रतीक है। मित्रों इस वर्ष भारत तथा रूस अपने राजनयिक संबंधों की 70 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। संस्कृति से सुरक्षा तक; हमारे संबंधों की भाषा समान है। जैसे कि रूसी भाषा में कहते हैः मी गवारिम ना अद्नोम याज़ीके (We speak one language) पिछले 7 दशकों के क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय उथल-पुथल में यदि एक स्थिर सच्चाई रही है तो वह है भारत तथा रूस के बीच के सशक्त संबंध। हमारे संबंधों का मूलभूत आधार आपसी स्नेह, आपसी आदर ओर एक दूसरे में अटूट तथा मजबूत विश्वास है। इस सशक्त आधारशिला पर हमारी सहभागिता तथा सहयोग का चहुमुखी विकास हुआ है। मित्रों हमारे संबंधो

जानिये वर्ष २०१६-१७ में विभिन्न बागवानी फसलों का कितना क्षेत्र एवं कितना उत्पादन होगा

वर्ष 2016-17 के दौरान देश में बागवानी फसलों का उत्पादन 295 मिलियन टन से अधिक होने का अनुमान वर्ष 2016-17 के दौरान बागवानी फसलों का उत्पादन पिछले वर्ष 2015-16 के अनुमानों की तुलना में 3.2 % अधिक है कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग के द्वारा वर्ष 2016-17 के लिए विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्र एवं उत्पादन का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया जा रहा है। ये अनुमान देश में विभिन्न राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों से प्राप्त जानकारी पर आधारित हैं। निम्नलिखित तालिका में वर्ष 2016-17 के लिए बागवानी फसलों के क्षेत्र एवं उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान को वर्ष 2016-17 (प्रथम अग्रिम अनुमान) तथा वर्ष 2015-16 (अंतिम. अनु.) के सापेछ प्रस्तुत किया गया है: ('000 हेक्टेयर में क्षेत्र, ‘000 मी. टन में उत्पादन) कुल बागवानी 2016-17 ( दू . अ . अनु .) 2016-17 ( प्र . अ . अनु .) 2015-16 %  चेंज  2016-17 ( दू . अ . अनु .)  निम्न के सापेछ : 2016-17 2015-16 ( अंतिम अनु ) ( प्र . अ . अनु .) ( अंतिम अनुमान )

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का अहम फैसला

अनुसूचित जनजाति के कार्मिक को बडी सजा से पहले समिति करे जांच राष् ‍ ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से कहा है कि अनुसूचित जाति के कर्मचारी को किसी भी तरह की बडी सजा / दण् ‍ ड से पहले मामले की जांच के लिए एक ऐसी समिति बनाए जाए जिसमें अनुसूचित जनजाति के कम से कम दो सदस् ‍ य अवश् ‍ य हों। राष् ‍ ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध् ‍ यक्ष श्री नंद कुमार साय की अध् ‍ यक्षता में आज नई दिल् ‍ ली में आयोग की बैठक में यह फैसला किया गया। आयोग के संयुक् ‍ त सचिव शिशिर कुमार ने बताया कि अनुसूचित जनजाति के कार्मिक न् ‍ याय से वंचित न हों इस ‍ के लिए आयोग ने यह निर्णय किया है। आयोग की संस् ‍ तुति के अनुसार मंत्रालयों एवं विभागों में यदि जांच के लिए अनुसूचित जनजाति के अधिकारी मौजूद नहीं हैं तो उस समिति में अन् ‍ य विभागों के अनुसूचित जनजाति के अधिकारियों को शामिल किया जाये। आयोग ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण व